प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम एशिया में बढ़ते संकट पर शीर्ष स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। भारत ने विवाद में शामिल सभी पक्षों को सभी मुद्दों को तुरंत और कूटनीति तथा बातचीत के माध्यम से सुलझाने के लिए प्रोत्साहित किया है। नई दिल्ली ने यह भी कहा है कि जारी संकट “बड़ा क्षेत्रीय आयाम नहीं लेना चाहिए।”
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम एशिया में संकट से निपटने के लिए सुरक्षा पर कैबिनेट समिति की बैठक बुलाई।
इस समिति में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री, वित्त मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शामिल थे। इस बैठक में मध्य पूर्व में फिर से शुरू हुई शत्रुता और इजरायल पर ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के बाद तेजी से बढ़ रही शत्रुता पर विस्तार से चर्चा की गई।
देश की सर्वोच्च समिति ने चल रहे और बढ़ते संकट से उत्पन्न कई मुद्दों की जांच की, जिसमें पश्चिम एशिया में हाल के घटनाक्रमों को “गंभीर रूप से चिंताजनक” बताया गया।
अन्य विषयों के अलावा, उन्होंने व्यापार, नौवहन और आपूर्ति श्रृंखलाओं, विशेष रूप से तेल, पेट्रोलियम और उनके डेरिवेटिव की आपूर्ति पर पड़ने वाले प्रभाव पर विचार किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम एशिया संकट के विस्तार पर तत्काल शीर्ष स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। भारत ने विवाद में शामिल सभी पक्षों को सभी मुद्दों को तुरंत और कूटनीति और बातचीत के माध्यम से सुलझाने के लिए प्रोत्साहित किया है। नई दिल्ली ने यह भी कहा है कि जारी संकट “व्यापक क्षेत्रीय आयाम नहीं लेना चाहिए।”